फेफड़ो की बीमारी के लक्षण (Symptoms of Lungs Disease):
फेफड़े (लंग्स) हमारे आस-पास के वातावरण और हमारे शरीर के बीच का पहला द्वार होते है जो दोनों के साथ बराबर रूप से कार्य करता रहता है। फेफड़े वातावरण से ऑक्सीजन (O2) को खींचकर उसे खून में पहुंचाने के साथ-साथ में शरीर के अंदर बन रही कार्बन डायऑक्साइड (CO2) को बाहर निकालने कार्य करते हैं।
ऑक्सीजन (O2) और कार्बन डायऑक्साइड (CO2) के आदान प्रदान के अलावा भी फेफड़ो के बहुत सारे कार्य होते है। फेफड़े शरीर में पीएच (Ph) का को संतुलित करते हैं और शरीर को बाहरी आक्रमण से बचाते हैं। शरीर में जैसे ही वायुजनित इंफेक्शन का हमला होता है, लंग्स में मौजूद म्यूकोसिलयरी क्लीयरेंस इसका सामना करता है। लेकिन अगर फेफड़ो पर अनावश्यक और अधिक हमला होने लगे तो ये कमजोर होने लगते हैं, इसलिए यह जरुरी है की फेफड़ों की तंदुरुस्ती पर समय रहते ध्यान देना बेहद आवश्यक है।
आजकल के भागदौड़ भरे जीवन में अगर किसी को हल्की खांसी या सीने में घरघराहट होती है तो वे अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन यही फेफड़ों की बीमारी की शुरुआत और उनके खराब होने का पहला संकेत हो सकता है। हालांकि शुरुआत में यह जरूरी नहीं कि ये लक्षण फेफड़ों के खराब होने के संकेत हो, लेकिन यदि यह समस्या अधिक दिनों तक सताने लगे. तो आपको आज ही सचेत होने की जरूरत है।
आइए जानते है की फेफड़े खराब होने से पहले क्या-क्या लक्षण या संकेत दिखाई देंगे ….
यह भी जाने : Benefits of Black Coffee: 5 तरीके जिनसे ब्लैक कॉफी है वजन कम करने में लाभदायक
फेफड़े खराब होने के संकेत:
1. सांस लेने में तकलीफ का शुरू होना – जब कोई काम करते वक्त यदि आपको सांस लेने में तकलीफ हो तो यह फेफड़ों की बीमारी होने का एक संकेत हो सकता है। यदि आपको निरंतर सांस लेने में तकलीफ महसूस हो रही तो इसे कभी भी हल्के में न लें और चिकित्सीय परामर्श आवश्यक रूप से ले।
2. घरघराहट की आवाज़ का आना – सांस लेते समय घरघराहट की आवाज़ आना इस बात का संकेत है कि, कुछ असामान्य चीजें आपके फेफड़ों के मार्ग को रोक रही है या उन्हें बहुत संकरा बना रही है।
3. छाती में दर्द का शुरू होना – यदि आपको पिछले एक महीने या उस से भी अधिक दिनों से छाती में दर्द हो रहा है, खासकर जब आप खांस रहे हैं। तो यह फेफड़ों की होने वाली गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। ऐसी परिस्थितियों में जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
यह भी जाने : Constipation (कब्ज) से हो परेशान, कारण, लक्षण और घरेलू उपचार जानिएं
4. क्रोनिक कफ (लम्बे समय से खांसी का बने रहना) – अमेरिकन लंग्स एसोसिएशन (American Lungs Association) के अनुसार यदि किसी को भी 8 सप्ताह या इससे ज्यादा दिनों से खांसी है तो समझ लेंना चाहिए कि यह क्रोनिक कफ है। क्रोनिक कफ फेफड़ों की बीमारियों एवं उनके खराब होने का पहला संकेत हो सकता है। अत: इसे बिलकुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और शीघ्रातिशीघ्र डॉक्टर के पास जाएं।
5. क्रोनिक म्यूकस (लम्बे समय तक बलगम का आना) – म्यूकस यानी बलगम फेफड़ों की रक्षा और इन्हे बाहरी संक्रमण से बचने के उद्येश्य से होता है लेकिन जब यह बहुत ज्यादा मात्रा में बनने लगे और छाती में अधिक दिनों तक परेशान करे तो यह फेफड़ों की बीमारी का एक संकेत हो सकता है।
6. खांसी के साथ खून का आना – खांसी के साथ फेफड़ो से खून का आना भी फेफड़ों की गंभीर बीमारी की ओर संकेत करता है। खून चाहे फेफड़े, अल्वीओलाई या कहीं से भी आ रहा हो, यह हमारे लिए अधिकतर नुकसानदायक की साबित होता है।
यह भी जाने : कहीं आपको पथरी (किडनी स्टोन) तो नहीं? इन 5 संकेतों को बिल्कुल भी न करें अनदेखा
सार, जब भी कोई काम करते समय सांस लेने में तकलीफ या सीने में दर्द की समस्या हो तो यह फेफड़ों के खराब होने का संकेत हो सकता है, खांसी के साथ फेफड़ो से खून आना भी इनकी बीमारी का बहुत बड़ा संकेत हो सकता है।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गयी समस्त विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, लेडीज होम इनकी पुष्टि नहीं करता है। हमारी पाठको को सलाह है की हमारी किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। )
टैग : मनोरंजन, सेहत, घरेलू नुस्खे, जानकारी