Papaya In Pregnancy: गर्भवती महिलाओ के लिए पपीता सेवन सही या नहीं? जवाब जरूर जाने

 

 

गर्भाधान में पपीते का सेवन (Papaya In Pregnancy):

गर्भवती महिलाओं को अपने पोषण एवं आहार का खास ख्याल रखना होता है, क्योंकि प्रेगनेंसी अथवा गर्भधान बहुत ही नाजुक समय होता है।  एक छोटी सी चूक भी एबॉर्शन/मिसकैरेज/ बच्चा गिर जाने की वजह बन सकती है। इसलिए छोटी-छोटी सी बात जैसे क्या खाना है और क्या नहीं, इसका खास ध्यान रखना होता है।  कुछ फल संतुलित आहार का अहम् हिस्सा होते हैं, उनमे से पपीता भी एक है।  लेकिन आपने कई बार यह सुना होगा कि प्रेग्नेंट/गर्भवती  महिलाओं को पपीता खाने से परेहज करना चाहिए।  ठीक इसी तरह अंगूर के लिए भी माना जाता है कि अंगूर के खोल को पचाने में भी काफी कठिनाई आती है।  इसलिए प्रेग्नेंट/गर्भवती महिलाओं को पपीते और अंगूर दोनों से परेहज करना चाहिए। आइए जानते हैं कि प्रेग्नेंट/गर्भवती महिलाओं को पपीता खाने से परहेज़ करना चाहिए या नहीं ?

 

जानिए गर्भवती महिलाओं को पपीते का सेवन क्यों नहीं करना चाहिए?

गर्भावस्था के दौरान पपीता खाने को लेकर कई लोगों के मन में बहुत तरह के अलग-अलग भ्रम होते हैं।  प्राय: ऐसा सुनने को मिलता है कि पका हुआ पपीता गर्भवती महिलाओं के लिए अच्छा होता है जबकि कच्चा पपीता गर्भ के लिए अच्छा नहीं होता। लेकिन कुछ लोग पके हुए पीले पपीते का सेवन भी गर्भवस्था के लिए सही नहीं मानते। 

 

पका हुआ पपीता (पीला पपीता)

पके हुए पीले पपीते में कई प्रकार के तत्व पाए जाते है…

1. बीटा कैरोटीन

2. कोलीन

3. फाइबर

4. फोलेट

5. पोटैशियम

6. विटामिन A, B और C

 

कच्चा पपीता (हरा पपीता)

कच्चे पपीते में भी कई प्रकार के गुण पाए जाते हैं, जैसे-

1. लेटेक्स
2. पपैन

 

पपीते में मौजूद लेटेक्स से गर्भवती महिलाओ को क्यों बचना चाहिए?

गर्भवती महिलाओं को कच्चे हरे पपीते में पाए जाने वाले लेटेक्स से बचना चाहिए क्योंकि:

1. ये गर्भाशय के संकुचन को शुरू कर सकता है, जिस कारण समय से पहले लेबर पेन की समस्या हो सकती  है।  

2. कच्चे पपीते में पपैन भी प्रचुर मात्रा में होता है, जिसे शरीर प्रोस्टाग्लैंडीन तरह ले सकता है, ये प्रोस्टाग्लैंडीन गर्भ के लिए अच्छा नहीं मन जाता क्योकि यह भ्रूण को सपोर्ट करने वाली महत्वपूर्ण झिल्लियों को भी कमजोर कर सकता है। 

3. ये एक सामान्य एलर्जेन एवं उत्तेजक के रूप में भी कार्य करता है, जो गर्भित शिशु के प्रति कुछ खतरनाक प्रतिक्रिया को स्टार्ट कर सकता है। 

 

पका हुआ या पीला पपीता प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए पोषण का एक अच्छा साधन होता है।  लेकिन कच्चा हरा पपीता गर्भित महिला के लिए बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है।  कुछ केस में यह भी देखा गया है की कई गर्भवती महिलाएं पूरे गर्भकाल के दौरान पका हुआ (पीला पपीता) खाना जारी रखती हैं।  जबकि कुछ महिलाएं बच्चे की डिलीवरी के बाद पपीता खाना शुरु करती हैं।  अगर आप भी प्रेग्नेंट हैं या गर्भधारण करने की प्लानिंग कर रही हैं, तो किसी भी बुरी स्थिति से बचने के लिए तथा गर्भकाल के दौरान अपनी डाइट को लेकर डायटीशियन से जरूर डिसकस करें। 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गयी समस्त विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, लेडीज होम इनकी पुष्टि नहीं करता है। हमारी पाठको को सलाह है की हमारी किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। 

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