महिलाओं की 5 प्रजनन संबंधी समस्याएँ जिनका समय पर समाधान नहीं तो हो सकती है गंभीर

महिलाओ का प्रजनन स्वास्थ्य (Reproductive Health):

यह महिलाओं की पूर्णता का एक अभिन्न एवं अनिवार्य हिस्सा है और इसे नजरअंदाज करने से अक्सर समस्याएं जटिल पैदा हो सकती हैं। मुख्य रूप से, प्रजनन स्वास्थ्य (Reproductive Health) में मासिक धर्म (Menstrual Cycle), प्रजनन क्षमता (Reproducation capacity), गर्भावस्था (Pregnancy) और यौन संचारित संक्रमण (सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन -एसटीआई) (Sexual transmitted Infection) सहित प्रजनन प्रणाली से संबंधित मुद्दे शामिल होते है।

दुर्भाग्य से, ऐसी बहुत सी प्रजनन स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएँ हैं जिनका महिलाओं को हर लगभग लगभग हर रोज़ सामना करना पड़ रहा है, जिनमें से कुछ गंभीर भी हो सकती हैं यदि सही समय पर समाधान न किया जाए।

आज के इस लेख में, हम महिलाओं से प्रजनन स्वास्थ्य संबंधी पाँच सामान्य समस्याओं पर विस्तृत चर्चा करेंगे।

मासिक धर्म की समस्या

कई महिलाओं को अपने जीवन में कभी न कभी मासिक धर्म से सम्बंधित समस्या का सामना करना पडा ही होगा और कई आज भी कर रही है। जैसे- अनियमित पीरियड्स (Irregular Periods), भारी रक्तस्राव (Over Bleeding), दर्दनाक पीरियड्स (Periods Pain) या प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS) आदि। इनमें से कुछ मुद्दे सामान्य और सामान्य से हल्के हो सकते हैं तथा कुछ गंभीर हो सकते हैं जिनको  चिकित्सीय उपचार देने की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिए, भारी रक्तस्राव या दर्दनाक पीरियड्स,  एंडोमेट्रियोसिस या गर्भाशय फाइब्रोसिस जैसी स्थितियाँ।

मासिक धर्म सम्बन्धी समस्याओं का समाधान करने के लिए, यह आवश्यक है की लक्षणों के लगातार होने या गंभीर होनेपर चिकित्सीय सलाह लेना बहुत ही महत्वपूर्ण है। एक अच्छा चिकित्सक समस्या के अंतर्निहित कारण का आकलन कर सकता है और उचित उपचार भी समय रहते शुरू कर सकता है।

कुछ अत्यंत जटिल समस्याओ के लिए जरूरी चिकित्सा समाधान जैसे लेप्रोस्कोपिक या हिस्टेरोस्कोपिक उपचार द्वारा फाइब्रॉएड/फाइब्रोसिस और अन्य अनावशयक वृद्धि को हटाने के लिए लक्षणों के आधार पर माइनर सर्जरी आदि शामिल हो सकती है।

बांझपन

बांझपन (Infertility) को सामान्य भाषा में, एक साल की कोशिश के बाद भी यदि गर्भधारण करने में असमर्थ हो तो वह जटिलता बाँझपन मानी गयी है। यह उन जोड़ों के लिए एक पीड़ादायक और निराशाजनक हो सकता है जो परिवार आगे बढ़ाना चाहते हैं।

बांझपन के कई संभावित कारण हो सकते हैं:  जैसे –

बढती उम्र,

हार्मोनल असंतुलन या

प्रजनन अंगों के साथ संरचनात्मक समस्याएं

सौभाग्य से, बांझपन से जूझ रहे दम्पतियों के लिए उपचार के कई विकल्प हैं। जैसे – इंड्यूसड  ओव्यूलेशन, अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान (IUI), या इनविट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) को प्रोत्साहित करने के लिए दवा आदि । एक प्रजनन या स्री रोग विशेषज्ञ दंपति को उनकी वर्तमान स्थिति के आधार पर समाधान का सर्वोत्तम तरीका चुनने में मदद कर सकता है।

यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई)

यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) ऐसा संक्रमण हैं जो यौन-संपर्क के माध्यम से फैलता हैं। जैसे – क्लैमाइडिया, गोनोरिया और हर्पीज जैसे रोग।  यदि इन रोगो को अनुपचारित छोड़ दिया जाए, तो एसटीआई कई गंभीर स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है, जैसे: बांझपन, लम्बा दर्द और कैंसर।

एसटीआई को रोकने के लिए, कंडोम का उपयोग करना, नियमित एसटीआई जांच करवाना और  सुरक्षित यौन संबंध बनाना बेहद जरूरी है। यदि आपको जरा भी संदेह है कि आपके पास एसटीआई हो सकता है, तो आने वाली परेशानियों को रोकने के लिए जितनी जल्दी हो सके आवश्यक परीक्षण और उपचार शुरू करे।

पॉलीसिस्टिक ओवरी  सिंड्रोम (पीसीओएस)

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) हार्मोन्स के असंतुलित होने से पैदा हुआ एक विकार है, जो प्रजनन आयु की कई महिलाओं को प्रभावित करता है। यह रोग हार्मोन्स पुरुष हार्मोन के स्तर तक पहुंचने से, अनियमित पीरियड्स और अंडाशय पर अल्सर होने से होता है।

पीसीओएस गर्भ धारण करने को बेहद ही जटिल बना सकता है और अन्य स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं, जैसे मधुमेह और हृदय रोग के खतरे को भी बढ़ा सकता है। पीसीओएस का समाधान  करने के लिए, विशेषज्ञ मासिक धर्म चक्र को नियमित करने और इसके लक्षणों को कम करने के लिए जीवनशैली में जरूरी बदलाव जैसे आहार और व्यायाम या दवा आदि का सुझाव दे सकते हैं। कुछ जटिल मामलों में, गर्भ धारण करने के लिए प्रजनन उपचार अत्यंत आवश्यक हो सकता है।

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सर्वाइकल कैंसर

सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) एक प्रकार का कैंसर है जो गर्भाशय की ग्रीवा में पनपता है। ग्रीवा (Cervix ) वह भाग होता है  जो गर्भाशय (Uterus) का निचला हिस्सा योनि से जोड़ता है। यह अक्सर ह्यूमन  पेपिलोमावायरस (एचपीवी) के कारण होता है, जो एक सामान्य एसटीआई है।

पैप टेस्ट, एचपीवी और कोलपोस्कोपी आदि टेस्ट द्वारा नियमित जांच के जरिए सर्वाइकल कैंसर को समयबद्ध रोका जा सकता है। यदि असामान्य कोशिकाओं का पता चलता है, तो विशेषज्ञ चिकित्सक उन्हें कैंसर बनने से पहले हटा सकते हैं। नियमित जांच के अलावा, एचपीवी वैक्सीन भी सर्वाइकल कैंसर को भी रोकने लाभदायक साबित हो सकता है। 11 या 12 साल की उम्र में  लड़कों और लड़कियों दोनों के यह टीका लगाया जा सकता है।

सार, प्रजनन स्वास्थ्य महिलाओं के सम्पूर्ण स्वास्थ्य और कल्याण का एक महत्वपूर्ण बिंदु है। कई सामान्य प्रजनन स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ हैं जिनका महिलाओं को सामना करना पड़ सकता है, जैसे; मासिक धर्म की समस्याएं, बांझपन, एसटीआई, पीसीओएस और सर्वाइकल कैंसर आदि।

(Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गयी समस्त विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, लेडीज होम इनकी पुष्टि नहीं करता है। हमारी पाठको को सलाह है की हमारी किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। )

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